बार कॉउंसिल के आह्वान पर तीसरे दिन भी वकीलों ने नहीं किया अदालतों में काम, सरकार को दी चेतावनी

बलिया: हापुड़ जिले में अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज करने व फर्जी मुकदमा लादे जाने के विरोध में बार कॉउंसिल आफ यूपी के आह्वान पर क्रिमिनल व सिविल बार के वकीलों ने तीसरे दिन भी न्यायिक कार्य विरत रहे. आंदोलन के तीसरे दिन भी कामकाज ठप रखा. इस आशय का प्रस्ताव बार कि ओर से जिला जज सहित अन्य न्यायलय के अफसरों को सूचनार्थ प्रेषित कर दिया. कोर्ट परिसर में कामकाज ठप होने से वादकारीयों को काफ़ी दिक्क़तों का सामना करना पड़ा. इस दौरान सरकार को चेताया कि हापुड़ प्रकरण में कार्रवाई नहीं कि गयी तो हम उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे.

बार कॉउंसिल के तीन दिवसीय हड़ताल के आह्वान पर सिविल व क्रिमिनल बार के वकीलों ने बुधवार को भी वकीलों ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया.पर इस दौरान वकीलों ने मांग किया कि पुरे प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाय. कहा कि योगी सरकार के अफसर बेलगाम हो चुके हैं. ऐसे में उनकी मनमानी सर चढ़ कर बोल रही है. आलम यह है कि दूसरों को न्याय दिलाने वाले वकीलों का उत्पीड़न पुरे प्रदेश में चल रहा है. हापुड़ प्रकरण में योगी सरकार के आला अफसरों के इशारे पर फर्जी व मन गढ़त मुकदमा लादा गया है.

वकीलों ने मांग किया कि हापुड़ के अधिवक्ताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लिये जाय. इस प्रकरण में डीएम व एसपी सहित दोषी पुलिस अफसरों व पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय. कहा कि अधिवक्ताओं के विरुद्ध पुलिस ने मनगढ़त झूठी कहानी बनाकर जो मुकदमा दर्ज किये है. उसे जाँच कराकर स्पंज किया जाय. वकीलों ने योगी सरकार से मांग कि प्रदेश सरकार तत्काल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पारित कर तुरन्त प्रदेश में लागू करे. हापुड़ जिले के घायल अधिवक्ताओं को तत्काल मुआवजा दिया जाय।
इस मौके पर सिविल बार के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार दुबे, क्रिमिनल बार के प्रभारी अध्यक्ष/ वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवकुमार तिवारी, महासचिव अनिल कुमार मिश्र, कुबेर नाथ पाण्डेय, सिद्धनाथ राय, कोषाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, अभिषेक मिश्र, विवेकानंद पाण्डेय, रणजीत सिंह, नवीन सिंह, अखिलेश सिंह, अनिल सिंह, त्रिदेव तिवारी, रोहित चौबे, राजबहादुर सिंह, श्री शंकर राम फौजदार, सत्यप्रकाश यादव, उमाशंकर तिवारी, अवध नारायण यादव आदि मौजूद रहे.