बागी धरती पर आये संगठन के शिक्षक नेताओं का गर्मजोशी के साथ स्वागत

बलिया। पूर्वांचल के बलिया जनपद में दौरे पर आये विशिष्ट बी.टी.सी.शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रान्तीय कोषाध्यक्ष व मण्डल अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद देवीपाटन दिलीप चौहान का बलिया जनपद इकाई के शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष डॉ. घनश्याम चौबे के नेतृत्व में पूरे गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप चौहान ने शहर स्थित उत्सव पैलेस में जनपदीय व ब्लॉक पदाधिकारियों की आयोजित एक संयुक्त बैठक को भी संबोधित किया उन्हों ने अपने उद्बोधन के क्रम में कहा कि
जिस पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई की शुरुआत एसोसिएशन ने किया था वह अब बट वृक्ष का रूप ले चुका है।पुरानी पेंशन कोई भीख नही है यह हमारे बुढापे का एक मात्र सहारा है इस पर हक है हमारा हम इसे लेकर ही रहेंगे एक देश मे दो विधान नही चलेगा विधायक सांसद सपथ मात्र से ही पेंशन के हकदार हो जाते है फिर ३० से ३५ वर्ष राष्ट्र की सेवा करने वालो को पेंशन से क्यो वंचित किया जा रहा है? अपना हक पाने के लिए संगठन सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है।उन्होंने वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद में उत्पन्न परिस्थितियों पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुऐ कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि आज कल शिक्षको पढाने नही दिया जा रहा है। दिन भर मोबाइल पर यू डायस प्लस,डी. बी.टी. परिवार सर्वेक्षण,आंन लाइन प्रशिक्षण आदि आदि ऐप से मोबाइल पर कार्य लिया जा रहा जो पूर्णतया गलत है। इससे बच्चो की शिक्षा प्रभावित होती है और तो और अब शिक्षको के मोबाइल पर बीडियो काल कर उसकी उपस्थिती प्रमाणित करने का फरमान जारी किया गया है जो सीधे सीधे निजता का हनन है। शिक्षको की चोर उचक्को की तरह निगरानी कराना और भय युक्त माहौल देकर निपुण लक्ष्य की सम्प्राप्ति संभव नही है । शिक्षक समाज को समाजिक रूप से नीचा दिखाना कही से भी उचित नही है संगठन का इसका पुरजोर विरोध करता है और शिक्षको से अपील करता है कि स्कूल समय पर शिक्षक अपने निजी फोन को बंद रखे शिक्षक कदापि वीडियो कॉलिंग के द्वारा निरीक्षण के लिये बाध्य नहीं है। उन्हों ने कहा कि उत्पन्न परिस्थितियों पर प्रान्तीय नेतृत्व माननीय मुख्यमंत्री जी, स्कूल महानिदेशक,सचिव बेसिक शिक्षापरिषद से अपना विरोध दर्ज कर चुका है यदि फिर भी उत्पन्न परिस्थिति को गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो संगठन संघर्ष का मार्ग अख्तियार करने के लिये बाध्य होगा।
श्री चौहान ने कहा कि शासन व सरकार शिक्षक हितों से जुड़ी समस्या यथा पद्दोन्नति,अंतः जनपदीय और अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के प्रति गंभीर नहीं लग रही है और यह प्रक्रिया मजाक बन कर रह गई है। उन्हों ने कहा कि एसोसिएशन इसपर गंभीर है और एसोसिएशन की विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ आहूत अगली बैठक में उनकी इक्षाशक्ति के बारे में दो टूक सवाल करेगा।
बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश संगठन मंत्री पवन राय,निर्मल कुमार द्विवेदी,अरुण कुमार मिश्रा, मुस्ताक अहमद,आशुतोष मिश्रा, अरुण कुमार सिंह,अवनीश सिंह,डॉ. आशुतोष शुक्ला,रविन्द्र तिवारी,नित्यानन्द पाण्डेय, अरविन्द श्रीरश्मि, राजेन्द्र तिवारी,सुनील गुप्ता,ओमकारनाथ पाण्डेय, सुरेश वर्मा,नन्दलाल वर्मा,शुशील गुप्ता,अमित शर्मा,मु.अतहर इर्शाद, अनिल सिंह,संजीव सिंह,अभय राठौर,जाहिद अंसारी,उपेन्द्र सिंह,रजनीश त्यागी,दिनेश कनौजिया,अजय आनंद, अभय नरायण,अजीत सिंह,अजय गुप्ता,आदिल अरमान,इंद्रजीत मौर्या,सुनील यादव,प्रदीप पाण्डेय, राघवेंद्र प्रताप राही, आशीष श्रीवास्तव,अजित राम,यशवंत सहित सैकड़ो शिक्षकों ने भाग लिया।
अध्यक्षता वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवनीश सिंह व संचालन जिला महामंत्री धीरज राय ने किया।