ब्रिटिश हुकूमत के कलेक्टर जे निगम की पौत्री बलिया के यादों को समेटने पहुंची भृगु की नगरी

बलिया। मॉन्टेनीग्रो (Montenegro) की भारतीय राजदूत डा. जैनिस दरबारी ने कहा है कि बलिया से उनका गहरा नाता रहा है। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ था, लेकिन यूपी का बलिया जिला 20 अगस्त 1942 को ही चार दिन के लिए ही सही, मगर खुद को आजाद कर लिया था। मैं बलिया में कुछ खास करना चाहती हूं।
बलिया पहुंची मॉन्टेनीग्रो की राजदूत डा. जैनिस दरबारी शनिवार को मीडिया से बात कर रही थी। बोली, 20 अगस्त 1942 को बागी बलिया ने जब खुद को आजाद किया, उस समय तत्कालीन ब्रिटिश कलेक्टर जे. निगम (जागेश्वर निगम) थे। ब्रिटिश कलेक्टर जे. निगम ने अधिकारिक तौर पर प्रशासनिक कमान स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय को सौंप दिया था।
खुद को बलिया के तत्कालीन ब्रिटिश कलेक्टर जे. निगम की पौत्री बता रही डा. जैनिस दरबारी ने बताया कि वह अपने नाना जे. निगम की याद में कुछ करना चाहती थी। बोली, बलिया का इतिहास शानदार रहा है। आजाद भारत की तस्वीर हर निगाहों पर झलकती है। बताया कि एक लिखी किताब का विमोचन हुआ था। बलिया में नाना जे. निगम की याद में मूवी बनाना चाहती हूं।
मॉन्टेनीग्रो की भारतीय राजदूत डॉ जैनिस दरबारी बलिया पहुंची। आजाद भारत की तस्वीर हर निगाहों पर झलकती है। बलिया जिला खुद को पांच साल पहले ही आजाद जरूर हुआ। ऐसे में तत्कालीन कलेक्टर जे. निगम की अपने आपको सुपौत्रि बता रहीं मॉन्टेनीग्रो की भारतीय राजदूत डॉ जैनिस ने कहा कि जे. निगम की सुपौत्रि होने के नाते बलिया में कुछ करना चाहती हूं।
डॉ. जैनिस दरबारी शनिवार को बलिया भ्रमण पर निकलीं तथा यहां के इतिहास को खंगाला। जगह-जगह जाकर भौगोलिक परिदृश्य का गहन अध्ययन की। डॉ. जैनिस दरबारी ने बताया कि मूवी ऐसा बनेगा कि उससे भविष्य में तमाम कुछ ऐतिहासिक ज्ञान अर्जित हो सकें। यही नहीं, उन्होंने मीडिया के सवालों का भी बड़ी सलीके से जबाब दिया।